ए आर अंतुले की बयानबाजीं उन्हें किस देश का राजनितिज्ञ साबित कर रही ये तो उनके आज कल के बयान इसका जीता जागता सबूत दे ही रहें हैं। ऐसी पाकिस्तान परस्ती भी किस काम की जिसमें "उनके देश" के लोग भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं । नवाज़ शरीफ़ ने दिलेरी तो ख़ूब दिखाई पर उनके देश में ही उनकी कोई ख़ास पूछ नहीं है। लेकिन जब नवाज़ साहब ने ये कह तो कह ही दिया की मुम्बई हमले में पाकिस्तान का हाथ है । तब भी भारत में 'मुशर्रफ'की तरह ही सोच रखने वाले यानि अल्पसंख्यक मामले के पूर्व केन्द्रीय मंत्री अंतुले शहीद ए टी एस प्रमुख हेमंत करकरे की शहादत पर ही सवालिया निशान लगा रहे हैं । उन्होंने बेशर्मी की हद तो तब कर दी जब उन्होंने इस पर जाँच की मांग कर डाली। भला उन्हें कौन बताए कि सर क्यों आप अपने राजनीतिक कैरियर का "अंत" करने पर "तुले" हैं अंतुले साहब । जनता अब जाग रही है सर !!!!!!
मेरे बारे में
- शशांक शुक्ला
- नोएडा, उत्तर प्रदेश, India
- मन में कुछ बातें है जो रह रह कर हिलोरें मारती है ...
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फिर लगेगा नाइट कर्फ्यू !3 वर्ष पहले
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दुश्मन भगवान (अंतिम भाग)14 वर्ष पहले
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शहादत पर सियासत , “अंत”पर “तुले”अंतुले
रविवार, दिसंबर 21, 2008प्रस्तुतकर्ता शशांक शुक्ला पर 1:48 pm 1 टिप्पणियाँ
लेबल: राजनीति
बीसीसीआई की दादागीरी
बीसीसीआई ने श्रीलंका के साथ साल दो हज़ार बारह तक होने वाली सभी श्रृंखलाओं पर रोक लगा दी है। इसका कारण है श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड या एस एल सी के आधिकारियों द्वारा आई पी एल के विरोध में बयानबाज़ी । भारतीय क्रिकेट बोर्ड के आधिकारी ख़ासकर अर्जुन रणतुंगा के बयान से नाराज़ है, यही नहीं एस एल सी को मिलने वाली आर्थिक मदद पर भी रोक लगा दी गई है।
प्रस्तुतकर्ता शशांक शुक्ला पर 1:35 pm 0 टिप्पणियाँ
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