प्रिय मां
तुम चिंता मत करना मै ठीक हूं। यहां भारत में मेरे भाई लोग मेरी अच्छे से ख्याल रख रहे हैं। मेरी अच्छी ख़ातिरदारी हो रही है। कोई मुझे कुछ नहीं कहता है सब मुझसे अच्छा व्यवहार करते है। मां एक दिन तो मेरे ख़ातिरदारी करवाने की हद तोड़ दी मैने....मैने जेल के अधिकारियों से जेल का खाना नहीं मटन बिरयानी की मांगी पर जज नहीं माना नहीं तो मुझे वो मिल जाती...लेकिन चलो कोई बात नहीं बाकी सब चीज़े तो ठीक है..मुझे किताब मिलती है पढ़ने के लिये वो मेरा टाइम पास नहीं होता जेल में... मेरे रहने की व्यवस्था तो ठीक है लेकिन बाहर नहीं जाने देते यही ग़लत है यहां भारत में...लेकिन यहां मेरे कई दोस्त हो गये हैं जो अलग अलग जुर्म में यहां सज़ा काट रहे हैं..कोई अपनी बीवी के कत्ल में सज़ा काट रहा है तो कोई बलात्कार में जुर्म में लेकिन मज़ा है.. सब मेरे ही भाई है। हर कोई यहां मुझे बडे़ भाई की तरह मानता है क्योंकि मैने बड़ा काम किया था न इसलिये...मां तेरे बेटे ने तेरा और अपने देश का नाम रोशन किया है। लेकिन एक बात गलत है मेरे देश का नाम रोशन नहीं हो रहा है क्योंकि यहां पर तो हर कोई मान रहा है कि मै पाकिस्तानी हूं लेकिन मेरा अपना देश ही ये नहीं मान रहा है कि मै वहां का हूं ये बात रह रह कर मुझे खलती है। वहां का क्या हाल है मां मुझे पता चला है कि आईएसआई ने तुम्हें कहीं छुपा कर रखा है। चलो कोई बात नहीं मां ये तुम्हारी और मेरी सुरक्षा के लिये है मां थोड़ा कोऑपरेट करना उनसे...क्योंकि वो नहीं चाहते कि पाकिस्तान फंस जाये औऱ तुम्हे या मुझे कोई परेशानी न हो। मां तुम तो मुझे कुछ ज्यादा न खिला पाई लेकिन यहां भारत में मेरा वेट पांच किलो बढ़ गया है। मां तुझे तो पता था कि मुझे हार्निया है। लेकिन परेशान मत होना पाकिस्तान में तो मेरा इलाज नहीं हो पाता लेकिन यहां भारत में मेरा ठीक से इलाज चल रहा है और मेरी हालत में सुधार है। मां यहां साफ सुथरा खाना मिलता है..मेरे लिये अलग से खाना बनाने वाला आता है और वो यहीं रहता है..यहां मुझे खतरा है कि कहीं कोई मुझे ज़हर न दे दे खाने में...लेकिन तुम घबराओ मत यहां मैं हाईसिक्योरिटी में हूं मुझे कुछ नहीं होगा। मेरे ऊपर केस चल रहा है लेकिन परेशान मत होना मैं कभी न कभी छूट जाउंगा। यहां का कानून बहुत मददगार है हम जैसों को माफ कर देता है..तुम याद करो... कई अपने साथी पकड़े जाते है तो वो यहीं की जेलों में रहते हैं। बहुत से अपने भाई मिले हैं। मां विश्वास करना कसम से खा खा कर इतने मोटे हो रहे हैं कि बस पूछो मत। मां यहां पर आतंकी घटना वाले ही नहीं... नकली नोट में पकड़े गये..हथियार के साथ पकड़े गये..और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने आये बहुत से अपने साथी यहां पर मिले वो सभी मुझसे मिल कर बहुत खुश हुए उनकी आंखों से आंसू आ गये। वो शाबासी दे रहे थे कि तुमने वो कर दिखाया जो हर कोई नहीं कर सकता है और जिसमें हम फेल हो गये थे । उसको तुमने कर दिखाया। मां यहां से मुझे सुनवाई के लिये कोर्ट में ले जाते हैं जज जी मिलने के लिये..बड़े मज़ाकिया है वो मां. अच्छे आदमी है। मै तो उनके साथ बहुत खेल करता हूं लेकिन वो उंची कुर्सी पर बैठते है न मां इसलिये कुछ कहते नहीं है। कभी कभी गुस्सा हो जाते हैं लेकिन चलो ठीक है इसी बहाने कुछ बोलते तो हैं वरना वहां तो सिर्फ वो दुष्ट वकील ही बोलता है.... कहता है कि उसके पास सबूत है कि मै आतंकवादी हूं। मां यहां पर आतंकवादी को गलत नजरों से देखा जाता है अपने देश की तरह नहीं कि हर मोहल्ले में तीन आतंकवादी है। लेकिन तुम चिंता मत करो मां यहां एक नेक बंदा भी वकील है जो कहता है कि वो मुझे बचा लेगा। उसने ही मुझे किताब दिलवाई थी। एक दिन तो मैने राखी बंधवाने की बात कही तो लेकिन कोई बांधने नहीं आया वो बताया है न कि यहां पर आतंकवादी को सही नहीं समझा जाता है। खैर तुम परेशान मत होना मुझे कुछ नहीं होगा मै कुछ सालों बाद छूट जाउंगा। मैंने कहा था न यहां का कानून बहुत मददगार है.. सख्त नहीं है अपने देश की तरह कि सरबजीत को बिना बात के भारतीय होने की वजह से पकड़ रखा है। ठीक है मां अब मैं सोने जा रहा हूं। तुम परेशान मत होना मै ठीक हूं। मै तुम्हे चिट्ठी लिखता रहूंगा। तुम अपना ख्याल रखना मै अपना ख्याल रखुंगा वैसे यहां मेरा ख्याल रखने के लिये बहुत से लोग हैं। खुदा हाफ़िज
तुम्हारा प्यार आतंकी बेटा
आमिर अजमल कसाब
मेरे बारे में
- शशांक शुक्ला
- नोएडा, उत्तर प्रदेश, India
- मन में कुछ बातें है जो रह रह कर हिलोरें मारती है ...
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मां चिंता मत करना मै ठीक हूं: आतंकी अजमल कसाब
शुक्रवार, अगस्त 14, 2009प्रस्तुतकर्ता शशांक शुक्ला पर 7:24 pm 12 टिप्पणियाँ
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