लालू ने वरुण गांधी के भड़काऊ भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए,अपने बतोलेबाज़ी की हदें तोड़ दी हैं...उनका कहना है कि अगर वे गृहमंत्री होते तो वरुण गांधी पर रोलर चलवा देते...अब पता नहीं रोलर किसपे चलेगा या नहीं पर भोजपुरी में कहते हैं कि 'लालू के जियरा के लोलर हो गइल' ये तो साफ हो गया है....राबड़ी तो अपने बयान से खुद को फ्रंट फुट पर खेलने की कोशिश कर रही थीं तो लालू कैसे पीछे रहते...सो उन्होने भी बक दिय़ा जो कहना था....अब मुस्लिमों के क्षेत्र में खड़े लालू को अपने प्वाइंट्स तो बढ़ाने ही थे और आज कल तो वरुण से अच्छा मुद्दा तो कोई हो ही नहीं सकता...अपने बयान के बाद उन पर किशनगंज में मुकद्दमा दर्ज तो हो गया है पर आज तक कोई नेता मुकदमों से डरता नज़र आया है जो वो आएगें वैसे भी लालू तो पुराने खिलाड़ी है...मेरे तो आज तक ये समझ नहीं आता कि इन मुकद्दमों में कोई नेता फंसता है तो वो जेल में क्यों नहीं जाता...कानून तो हर आम आदमी के लिए होता है.... ओह मै अब समझा कानून तो आम आदमी के लिए होता है और नेता तो ख़ास होते हैं इसलिए उन पर मुकद्दमा कैसे दर्ज हो सकता हैं और कार्रवाई कैसे हो सकती है....
जब बात दिल से लगा ली तब ही बन पाए गुरु
3 दिन पहले