उत्तर प्रदेश के चंदौली में रविवार को सेना की भर्ती के दौरान मची भगदड़ के बाद फायरिंग में एक अभ्यर्थी की मौत हो गई। भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा कर रहे युवकों पर मिलेट्री पुलिस की फायरिंग में तीन अभ्यर्थी घायल भी हुए हैं। इसके बाद बेकाबू युवाओं ने पूरे शहर में तोड़फोड़ करने की कोशिश की। हंगामे के कारण दिन में करीब चार घंटे तक शहर में अफरातफरी रही। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद हालात को काबू में किया है। उपद्रवियों ने सरकारी दफ्तरों में तोड़फोड़ व आगजनी की। चंदौली रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के कारण यातायात प्रभावित रहा। लंबी दूरी की कई ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों पर रोक कर रखा गया। इसके अलावा उपद्रवियों ने कुछ वाहनों को फूंक डाला और जिला अदालत में तोड़फोड़ मचाई। भर्ती रैली में आसपास के इलाकों के साथ पड़ोसी राज्य बिहार से करीब दो हजार युवाओं ने भाग लिया था। युवाओं ने शारीरिक परीक्षण के दौरान धांधली की शिकायत की थी और उसके बाद ही सेना अधिकारियों से उनका विवाद हो गया था। ये तो थी वो ख़बर जो मै आपको बता रहा था लेकिन पता नहीं आप इस ख़बर बताने के पीछे के मकसद को समझ पायें होंगे या नहीं, मै ही आपको समझा दूं कि सेना की भर्ती के दौरान हुए इस विवाद के पीछे बात कुछ भी हो ये कुछ ऐसे सवाल खड़े कर रहा है जिससे हमे शर्म महसूस होनी चाहिए। जैसे की पहला सवाल सेना की भर्ती में घोटाला ? जैसा की भर्ती के दौरान गये अभ्यार्थियों ने कहा। तो क्या ये सच मान लिया जाये कि सेना में भी हर तरह के घोटाले होता है.... दूसरा सवाल ये है कि जो अभ्यार्थी शहर में उत्पात मचा सकते है हुड़दंग करते है क्या उनके हाथों में हमारे भारत की सुरक्षा रहेगी। जो खुद दंगई हो उनसे देश की सुरक्षा करवाना कहां तक ठीक हैं। ये हालत सिर्फ सेना में भर्ती होने वाले युवकों में ही नहीं है बल्कि पुलिस की भर्ती के दौरान, या लगभग सभी सुरक्षाबलों में भर्ती के दौरान इसी तरह बबाल मचता है। लेकिन सवाल ये है कि जब इन जैसे युवाओं के हाथों में सुरक्षा का ज़िम्मा रहेगा तो देश किस ओर जायेगा ये उसका भविष्य ही जाने। औऱ उसके बाद किस तरह की ख़बरे आती है वो तो आप भी देखते ही होगें। जहां पुलिस स्टेशन में बलात्कार हो जाता है फर्जी इनकाउंटर हो जाते हैं। बार्डर्स पर बलात्कार होते है, वहां के लोगों का उत्पीड़न किया जाता है। और ये सब क्यों होता है ये आप इस घटना से समज सकते हैं।
जब बात दिल से लगा ली तब ही बन पाए गुरु
3 दिन पहले
3 टिप्पणियाँ:
सही कहा आपने। घटना ये थी कि उत्तर प्रदेश के चंदौली में चल रही सेना की भर्ती में उस वक्त बवाल मच गया जब युवकों ने सेना पर पथराव कर दिया। ये युवक भर्ती के चौथे राउंड में कुछ युवकों को दौड़ाने से नाराज़ थे। भर्ती की प्रक्रिया को स्थानीय लोग भी देख रहे थे जिन्होंने सेना पर पथराव कर दिया जिसमें सेना का एक मेजर घायल हो गया। हालात बिगड़ता देख सेना के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें 5 युवक घायल हो गए। मौके पर मौजूद पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिससे भगदड़ मच गई। इसी दौरान युवकों ने तहसील कार्यालय में आग लगा दी जिससे कई महत्वपूर्ण फाइलें जलकर खाक हो गईं। सेना और युवकों में रुक-रुक कर झड़प होती रही। पीएसी और सेना ने काफी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया...। इस पूरे घटनाक्रम में एक युवक की मौत हो गई...काफी प्रयासों के बाद नक्सल प्रभावित चंदौली जिले में सेना की भर्ती आयोजित हो पाई थी। इस आयोजन से जिले के बेरोजगार युवको में रोजगार के प्रति उम्मीद जगी थी लेकिन आज के घटना से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। अगर जिला प्रशासन ने वक्त रहे सही कदम उठाये होते तो इस तरह की नौबत नहीं आती।
सही कहा क्योंकि अक्सर पुलिस द्वारा महिला से बद्तमीजी की खबर सुनता था तो सोचता था ऐसा क्यों होता है लेकिन सच्चाई अब पता चलती है तो दुख होता है
अब क्या कहें यार देश के बाहर ऐसे लोग सुरक्षा करेंगे और देश के अंदर हमारे नेता गुल खिलायेंगे
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